डिलीवरी में 16000 कैसे मिलते हैं: नमस्कार दोस्तों, आज के इस नए लेख में आपका फिर से स्वागत है, दोस्तों आज के इस लेख में हम बात करने जा रहे हैं “delivery me 16000 kaise milte hai” के बारे में। दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि विभिन्न सरकारें अपने राज्य के लोगों के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अपने लोगों को लाभान्वित करने का प्रयास करती हैं।
तो दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि जब कोई महिला प्रसव के दौर से गुजरती है और उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होती है तो उसे प्रसव की अवधि को पार करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जैसे अस्पताल का खर्च और बच्चे के पालन पोषण का खर्च। दोस्तों आज के इस लेख में हम इस योजना के लाभ से लेकर इस योजना को लागू करने तक की पूरी जानकारी इस लेख में देखेंगे।
मातृत्व प्रसूति सहायता योजना में यदि गर्भवती महिला प्रसूति योजना का लाभ लेती है तो महिला श्रमिक के पति को भी 15 दिन का पितृत्व प्रसूति लाभ दिया जाता है। साथ ही महिला को 16 हजार रुपये की राशि प्रसव के समय तीन किश्तों में दी जाएगी। योजना का लाभ उठाने के लिए गर्भवती महिला और उसके पति को पंजीकृत मजदूर/निर्माण श्रमिक होना चाहिए।
इस योजना के तहत गर्भवती महिला को 1000 रुपये मिलेंगे। चार हजार की सहायता दी जाएगी। यह सहायता राशि एएनएम आशा या चिकित्सक द्वारा प्रसव जांच के बाद दी जाएगी। इसके बाद सरकारी अस्पताल में प्रसव एवं नवजात के संस्थागत जन्म पंजीकरण एवं जीरो डोज, वीसीजी, ओपीडी व एचबीवी टीकाकरण के बाद 12 हजार रुपये की दूसरी किश्त दी जाएगी।
मातृत्व सहायता योजना 2023 पंजीकरण
राज्य की इच्छुक गर्भवती महिलाएं जो गर्भावस्था के दौरान अपनी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार से वित्तीय सहायता प्राप्त करना चाहती हैं, उन्हें मातृत्व सहायता योजना के तहत अपना पंजीकरण कराना होगा, तभी उन्हें लाभ मिलेगा। यह योजना। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को 16 हजार रुपये दो किश्तों में देने का प्रावधान किया गया है।
इस प्रसूति सहायता योजना के माध्यम से प्रसूति के दौरान अंतिम तिमाही तक डॉक्टर या एएनएम द्वारा 4 प्रसूति जांच और सरकारी अस्पताल में प्रसव के बाद और संस्थागत जन्म के बाद 4000 हजार रुपये की पहली किस्त प्रदान की जाएगी। एक नवजात शिशु का पंजीकरण किया जाता है और बच्चे को एचबीवी टीकाकरण (शून्य खुराक, वीसीजी, ओपीडी और एचबीवी टीकाकरण) देने के बाद रु। 12 हजार की दूसरी किस्त दी जाएगी।
डिलीवरी में 16000 कैसे मिलते हैं | Delivery Me 16000 Kaise Milte Hai
- इस योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर इस योजना का फॉर्म लेना होगा।
- उसके बाद आपको इस फॉर्म को ठीक से भरना है
- फॉर्म भरने के बाद आपको उसमें सभी आवश्यक दस्तावेजों की फोटोकॉपी संलग्न करनी होगी और वहां जमा करनी होगी।
- अब आपका फॉर्म जमा करने के बाद आपका आवेदन हो जाएगा यदि आपके सभी दस्तावेज सही हैं और आप पात्र हैं तो पैसा आपके खाते में जमा हो जाएगा।
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मातृत्व सहायता योजना के मुख्य उद्देश्य-
यह योजना सरकार द्वारा निम्न वर्ग की महिलाओं के लिए चलाई जाती है जो आसानी से अपना प्रसव समय करा सकती हैं। दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि मजदूर वर्ग के लोगों और महिलाओं को अपनी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
और कई लोगों को आर्थिक मदद के अभाव में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता रहता है, लेकिन इन समस्याओं को दूर करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने सांसद प्रसूति सहायता योजना शुरू की है, जिसके माध्यम से श्रमिक वर्ग की महिलाओं को 16,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। महिला को प्रसव के दौरान होने वाले खर्च से कुछ राहत मिल सकती है।
मातृत्व सहायता योजना- पात्रता
- इस योजना में आवेदन करने के लिए जन्म देने वाली माता की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- मध्य प्रदेश के स्थायी निवासी ही एमपी मातृत्व सहायता योजना का लाभ उठा सकते हैं।
- आवेदक का आधार कार्ड और बैंक खाता जुड़ा होना चाहिए।
मातृत्व सहायता योजना के तहत राशि कैसे प्राप्त करें-
इस योजना के तहत आपको निम्नलिखित चरणों में मातृत्व लाभ राशि का भुगतान किया जाता है। यहां किस्त केवल इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से आवेदक के खाते में ट्रांसफर की जाती है। जिसका प्रोसेस आप नीचे देख रहे हैं-
- इस योजना की पहली किस्त यानि रु. फाइनल प्रेग्नेंसी टेस्ट के बाद 4000 रुपये दिए जाएंगे।
- दूसरी किस्त यानी रु. डिलीवरी के बाद 12000 दिए जाएंगे।
इस योजना और बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रदान किए जाने वाले टीके (HBB, ZERO, DOSE, VCG, OPD) निःशुल्क प्रदान किए जाएंगे।
प्रसूति योजना का लाभ
आवेदक नीचे दी गई जानकारी को पढ़कर एमपी प्रसूति योजना के तहत मिलने वाले लाभ का लाभ उठा सकते हैं। आप नीचे दी गई जानकारी को पढ़कर योजना के लाभ जान सकते हैं –
- सुसुति योजना के तहत राज्य के सभी कमजोर परिवारों की श्रमिक महिलाओं को योजना का लाभ दिया जायेगा।
- राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली सभी पात्र महिलाएं श्रम योजना का लाभ उठा सकेंगी।
- योजना के तहत राज्य सरकार गर्भवती महिलाओं को दो किश्तों में 16,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- आवेदक महिलाएं जो गर्भावस्था के दौरान मजदूरी के लिए काम करने में असमर्थ हैं, जिसके कारण उनकी आर्थिक समस्याएं बढ़ जाती हैं, उन्हें सरकार द्वारा गर्भावस्था के अंतिम 3 महीनों के दौरान आधा 50 प्रतिशत मजदूरी दी जाती है।
- वर्तमान सहायता योजना के तहत दी जाने वाली राशि सीधे आवेदक महिला के बैंक खाते में अंतरित की जाएगी।
- योजना का लाभ प्राप्त कर आवेदक महिलाएं आर्थिक सहायता प्राप्त कर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकेंगी तथा बिना किसी वित्तीय समस्या के सभी चिकित्सकीय परीक्षण करा सकेंगी।
ऑफिसियल वेबसाइट | https://wcd.nic.in/ |
आवेदन फॉर्म | English || Hindi |
सारांश
तो इस तरह से अप्लाई करके आप इस योजना का लाभ ले सकते है। इसके लिए आपको फॉर्म लेकर उसे भरना होगा और फिर उसे अपने नजदीकी अस्पताल में जमा करना होगा, जिसके बाद सभी आवश्यक दस्तावेजों की फोटोकॉपी के साथ पैसा आपके खाते में जमा कर दिया जाएगा। हमें उम्मीद है की आपको हमारा ये आर्टिकल डिलीवरी में 16000 कैसे मिलते हैं पसंद आया होगा यदि पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले।
धन्यवाद।